दुआओं

दुआओं

मंज़िल दुर सफ़र बहुत है छोटी सी ज़िंदगी की,
फ़िकर बहुत है मार डालती दुनिया कब की हमें,
लेकिन माँ की दुआओं में असर बहुत हैं |

ज़िंदगी

ज़िंदगी

खुले आसमां में जमीं से बात ना करो,
जी लो ज़िंदगी खुशी का आस न करो,
हर त्योहार में कम से कम हमे न भूला करो,
फोन से ना सही मैसेज से ही,
संक्राति विश किया करो |

दिलकश,

दिलकश,

ज़िंदगी का हर वो रंग,
दिलकश,
लगता है जो आपके प्यार,
में हम पर चढ़ता है |